Loan Against Mutual Fund: म्युचुअल फंड और शेयर्स पर 10 लाख तक का आसान लोन

आज के समय में जब वित्तीय जरूरतें अचानक सामने आ जाती हैं, तो लोगों को तुरंत पैसों की आवश्यकता होती है। ऐसे में बैंक और वित्तीय संस्थान कई तरह के विकल्प उपलब्ध कराते हैं। इन्हीं में से एक है Loan Against Mutual Fund, जिसे अब लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। यह सुविधा उन निवेशकों के लिए बनाई गई है जिन्होंने अपने पैसे म्युचुअल फंड या शेयर्स में लगाए हैं। खास बात यह है कि इसमें आपको अपने निवेश बेचना नहीं पड़ता, बल्कि उन्हीं के आधार पर बैंक आपको तुरंत 10 लाख तक का लोन दे देते हैं।

Loan Against Mutual Fund क्यों है फायदेमंद

कई बार लोगों को शादी, शिक्षा, मेडिकल या बिज़नेस के लिए तुरंत कैश की जरूरत पड़ती है। अगर आपने पहले से म्युचुअल फंड या शेयर्स में निवेश किया है, तो उन्हें तोड़ने की बजाय आप उनके खिलाफ लोन ले सकते हैं। इस प्रक्रिया में आपको अपने निवेश का नुकसान नहीं उठाना पड़ता और आपकी SIP या निवेश योजना भी जारी रहती है। यानी पैसा भी मिलता है और निवेश भी सुरक्षित रहता है। यही वजह है कि आजकल Loan Against Mutual Fund तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

शेयर्स और म्युचुअल फंड पर लोन की प्रक्रिया

लोन की यह प्रक्रिया बिल्कुल आसान है। ग्राहक को बैंक या NBFC में जाकर अपने म्युचुअल फंड या शेयर्स की जानकारी देनी होती है। इसके बाद संस्था आपके निवेश की वैल्यू का आकलन करती है और उसके आधार पर लोन राशि तय करती है। सामान्य तौर पर निवेश की मार्केट वैल्यू के 50% से 70% तक का लोन मिल जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आपके पास 15 लाख का म्युचुअल फंड है, तो बैंक आपको लगभग 8 से 10 लाख तक का लोन दे सकता है।

ब्याज दर और EMI का प्रबंधन

Loan Against Mutual Fund की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसकी ब्याज दर सामान्य पर्सनल लोन की तुलना में कम होती है। क्योंकि इसमें आपके निवेश को गारंटी के रूप में रखा जाता है, इसलिए बैंक का रिस्क भी कम हो जाता है। EMI की गणना भी लचीली होती है और ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार अवधि चुन सकता है। मान लीजिए किसी ने 10 लाख रुपए का लोन 3 साल के लिए लिया है, तो उसे सिर्फ तयशुदा ब्याज और मूलधन की EMI चुकानी होगी, जो पर्सनल लोन से काफी सस्ती पड़ सकती है।

निष्कर्ष

आज के डिजिटल दौर में Loan Against Mutual Fund निवेशकों के लिए सबसे अच्छा विकल्प बनकर उभर रहा है। इसमें न तो निवेश को नुकसान पहुंचता है और न ही ऊंची ब्याज दर की मार झेलनी पड़ती है। 10 लाख रुपए तक का लोन आसानी से उपलब्ध है और उसे EMI के जरिए चुकाना बेहद सुविधाजनक है। यह सुविधा न केवल बड़े शहरों बल्कि छोटे कस्बों और गांवों तक पहुंच रही है, जिससे निवेशक वर्ग को आर्थिक मजबूती मिल रही है।

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