जब हर छोटी-बड़ी जरूरत के लिए पैसों की कमी आड़े आ जाती है, तब पर्सनल लोन लोगों के लिए सबसे आसान सहारा बन जाता है। लेकिन अक्सर नौकरीपेशा लोग यह सोचकर परेशान हो जाते हैं कि उनकी सैलरी कम है तो क्या उन्हें लोन मिल पाएगा? खासकर वे लोग जिनकी मासिक आय केवल ₹10,000 है, उनके मन में यह सवाल बार-बार उठता है कि आखिर उन्हें कितना लोन मिल सकता है और उसकी प्रक्रिया क्या होगी।
₹10,000 की सैलरी पर कितना मिलेगा लोन?
अगर आपकी सैलरी ₹10,000 प्रति माह है, तो बैंक और फाइनेंस कंपनियां आपको पर्सनल लोन देने से पहले आपकी रीपेमेंट क्षमता और क्रेडिट हिस्ट्री चेक करती हैं। सामान्य तौर पर ₹10,000 की सैलरी वाले व्यक्ति को 50,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक का पर्सनल लोन आसानी से मिल सकता है। हालांकि लोन अमाउंट बैंक से बैंक और NBFC से NBFC पर निर्भर करता है। अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है और आपने पहले कोई लोन समय पर चुकाया है तो लोन अमाउंट और भी बढ़ सकता है।
पर्सनल लोन अप्लाई करने की प्रक्रिया
पर्सनल लोन लेने के लिए सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप किस बैंक या NBFC से लोन लेना चाहते हैं। आजकल ज्यादातर बैंक और फाइनेंस कंपनियां ऑनलाइन आवेदन की सुविधा देती हैं। आवेदन करने के लिए आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट और सैलरी स्लिप जैसे डॉक्यूमेंट अपलोड करने होते हैं। एक बार डॉक्यूमेंट वेरिफाई होने के बाद बैंक आपकी सैलरी और क्रेडिट स्कोर के हिसाब से लोन अप्रूव करता है। लोन अप्रूव होते ही कुछ घंटों या 1-2 दिन के भीतर पैसा आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाता है।
EMI और ब्याज दर पर ध्यान देना जरूरी
भले ही लोन आसानी से मिल जाता है, लेकिन आपको इसकी EMI और ब्याज दर पर खास ध्यान देना होगा। ₹10,000 की सैलरी पर ज्यादा बड़ी EMI देना मुश्किल हो सकता है। इसलिए बैंक भी आपके लिए लोन अमाउंट और EMI को आपकी सैलरी के हिसाब से ही तय करता है। आमतौर पर बैंक आपकी मासिक आय का 30 से 40 प्रतिशत तक EMI के रूप में निर्धारित करता है।
निष्कर्ष
अगर आपकी मासिक सैलरी ₹10,000 है तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप भी आसानी से पर्सनल लोन ले सकते हैं। बस आपको सही बैंक या फाइनेंस कंपनी चुननी होगी और EMI को ध्यान में रखते हुए लोन लेना होगा। सही डॉक्यूमेंट्स और क्लियर क्रेडिट हिस्ट्री के साथ आप ₹50,000 से लेकर ₹1 लाख तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं। 2025 में डिजिटल प्रोसेस के जरिए लोन लेना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है।